28 July 2025

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छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार की पहली नियुक्तियां: पी. दयानंद बने मुख्यमंत्री के सचिव

चिकित्सा शिक्षा सेवा विभाग के अतिरिक्त सचिव का भी मिला दायित्व

सुब्रत साहू सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों को मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली मुक्त जिम्मेदारी

राज्य में प्रशासनिक सुधार और बदलाव की दिशा में सरकार का बड़ा कदम

       रायपुर। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व में नई सरकार के गठन के बाद पहली बार प्रमुख प्रशासनिक नियुक्तियों की घोषणा की गई है। राज्य सरकार ने 2006 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी पी. दयानंद को मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का सचिव नियुक्त किया है। साथ ही, उन्हें चिकित्सा शिक्षा सेवा विभाग का अतिरिक्त सचिव का दायित्व भी सौंपा गया है। यह नियुक्ति राज्य के प्रशासनिक ढांचे को मजबूत करने और नए नेतृत्व को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

पी. दयानंद की प्रशासनिक पृष्ठभूमि

       पी. दयानंद एक अनुभवी और कुशल प्रशासनिक अधिकारी हैं, जिनका कार्यकाल कई महत्वपूर्ण पदों पर रहा है। 2006 बैच के अधिकारी दयानंद ने 2018 में बीजेपी शासनकाल के दौरान बिलासपुर के कलेक्टर के रूप में अपनी सेवाएं दी थीं। उनकी नेतृत्व क्षमता और प्रशासनिक अनुभव को देखते हुए, उन्हें अब मुख्यमंत्री के सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। नवंबर 2023 में, छत्तीसगढ़ निर्वाचन आयोग की मुख्य पदाधिकारी रीना बाबा साहब कंगाले की छुट्टी के दौरान, दयानंद को आयोग की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जहां उन्होंने अपने कर्तव्यों का सफलतापूर्वक निर्वहन किया।

प्रशासनिक सुधार और बदलाव

       राज्य शासन की ओर से जारी आदेश के अनुसार, मुख्यमंत्री कार्यालय में नियुक्त कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को उनके प्रभार से मुक्त कर दिया गया है। इनमें अपर मुख्य सचिव आईएएस सुब्रत साहू, परदेशी सिद्धार्थ कोमल, आईएएस अंकित आनंद और आईएएस सोलई भारती दासन शामिल हैं। हालांकि, इन अधिकारियों के पास पूर्ववत अन्य विभागों की जिम्मेदारियाँ बनी रहेंगी। यह बदलाव मुख्यमंत्री कार्यालय की संरचना में नए चेहरों को शामिल करने और प्रशासनिक कुशलता को बढ़ाने की दिशा में एक रणनीतिक निर्णय के रूप में देखा जा रहा है।

नई नियुक्तियों का महत्व

       बीजेपी की सरकार ने प्रदेश में प्रशासनिक सुधार और विकास को प्राथमिकता देते हुए नई नियुक्तियों की शुरुआत की है। पी. दयानंद जैसे अनुभवी अधिकारी की नियुक्ति से सरकार को न केवल प्रशासनिक कार्यों में तेजी मिलेगी, बल्कि राज्य के विकास से जुड़े विभिन्न कार्यक्रमों और नीतियों को भी सशक्त तरीके से लागू किया जा सकेगा। इसके साथ ही, दयानंद की नई भूमिका में स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी यह संकेत देती है कि सरकार स्वास्थ्य सेवा सुधारों को प्राथमिकता देने की दिशा में गंभीर है।

प्रशासनिक बदलावों की दिशा

       मुख्यमंत्री कार्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों के कार्यभार से मुक्त होने का निर्णय, नए नेतृत्व और विचारधाराओं को मौका देने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत माना जा सकता है। इससे यह उम्मीद की जा रही है कि प्रशासन में नए विचार, ऊर्जा और नवीन दृष्टिकोण के साथ काम किया जाएगा, जिससे राज्य में शासन की गुणवत्ता में सुधार होगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की प्रशासनिक सोच और उनकी टीम की सामूहिक कार्यक्षमता राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण होगी।

सारांश

       छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार की यह पहली नियुक्ति और प्रशासनिक बदलाव, राज्य के विकास और सुशासन की दिशा में उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों का हिस्सा है। पी. दयानंद की नियुक्ति से प्रशासनिक ढांचे में नई ऊर्जा का संचार होगा और उनके नेतृत्व में राज्य में स्वास्थ्य सेवा सहित अन्य प्रमुख क्षेत्रों में सुधार और प्रगति की उम्मीद है। सरकार की यह पहल प्रदेश को विकास की नई ऊँचाइयों तक पहुंचाने में सहायक होगी।