
छत्तीसगढ़ युवा मंच का प्रशासन पर दबाव: मुआवज़ा, ज़मीन का पट्टा और सुरक्षा की मांग
नरेन्द्र भवानी ने चेताया—त्वरित कार्रवाई नहीं हुई तो होगा कलेक्टर कार्यालय का घेराव
“भाजपा सरकार कानून व्यवस्था में विफल”, राष्ट्रपति शासन की मांग
पत्रकार वार्ता में भवानी ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल, मसीही समाज के हालात पर जताई चिंता
पाँच किलोमीटर दूर पैदल चलकर थाने पहुंची दो लड़कियाँ बनीं साहस की मिसाल
युवतियों की तत्परता से आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी संभव हो सकी
खेत में काम कर रही युवती से दुष्कर्म, माँ पर टंगिया और रापा से हमला
मामला जमीन विवाद और धार्मिक पहचान से जुड़ा; पुलिस ने तीन आरोपियों को जेल भेजा
कोंडागांव। धर्म के आधार पर भेदभाव और अत्याचार की एक बेहद दर्दनाक और शर्मसार कर देने वाली घटना कोंडागांव जिले के धनोरा थाना क्षेत्र से सामने आई है। जानकारी के अनुसार, मसीही धर्म को मानने के कारण एक युवती के साथ दुष्कर्म और उसकी माँ पर टंगिया और रापा जैसे हथियारों से जानलेवा हमला किया गया। इस घटना से पूरे क्षेत्र में आक्रोश का माहौल है।
इस अमानवीय कृत्य के खिलाफ छत्तीसगढ़ युवा मंच के संस्थापक और कांग्रेस नेता नरेन्द्र भवानी ने कोंडागांव गेस्ट हाउस में एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया और जिला प्रशासन से पीड़ित परिवार के लिए मुआवजा, ज़मीन का पट्टा और सुरक्षा की मांग की। भवानी ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन द्वारा त्वरित कार्रवाई नहीं की जाती तो वे जिला कलेक्टर कार्यालय का घेराव करेंगे।
भवानी ने जानकारी दी कि यह घटना 15 जुलाई की सुबह लगभग 7:30 बजे की है जब पीड़ित परिवार खेत में काम कर रहा था। इसी दौरान पीड़िता के चाचा और उनके दो बेटों द्वारा पहले झगड़ा किया गया और फिर एक लड़की को जबरन घर की ओर ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया। जब पीड़िता की माँ बीच-बचाव करने आई, तो उस पर कुल्हाड़ी व रापा से जानलेवा हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। गनीमत रही कि अन्य दो लड़कियों ने 5 किलोमीटर दूर धनोरा थाने तक पहुंचकर पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 137(2), 87, 70(1), 115(2), 351(3), 109(1), 3(5) के तहत त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पत्रकार वार्ता में भवानी ने छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, “भाजपा सरकार कानून व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह विफल है। मसीही समाज के लोग भय और असुरक्षा में जीवन यापन कर रहे हैं, जो लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है।” उन्होंने राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की भी मांग की।
घायल माँ का इलाज जारी है, लेकिन वे अब भी चलने-फिरने में असमर्थ हैं। भवानी ने कहा कि इस भयानक हमले के पीछे ज़मीन हड़पने का मकसद था। पीड़ित परिवार की जो ज़मीन विवाद का कारण बनी, उस पर वर्षों से खेती हो रही थी। उन्होंने मांग की कि उस जमीन पर परिवार को वैध पट्टा जारी किया जाए और उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जाए ताकि वे अपने गाँव में सुरक्षित रूप से वापस लौट सकें।
पत्रकार वार्ता में ज्ञान प्रकाश कोर्राम (जिला अध्यक्ष), श्रीमती शारदा नेताम (महिला जिला अध्यक्ष), और रितेश दान (जगदलपुर शहर अध्यक्ष) प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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