5 August 2025

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जया जादवानी बनीं जन संस्कृति मंच रायपुर की अध्यक्ष, महिला नेतृत्व को मिली नई उड़ान

जसम की नई टीम में महिला नेतृत्व को मिली प्राथमिकता
वंदना कुमार, दिलशाद सैफी, वर्षा बोपचे और डॉ. संजू पूनम को अहम जिम्मेदारियाँ

गांवों की ओर साहित्यिक रुख: प्रेमचंद जयंती से मिली नई प्रेरणा
स्कूलों में “ईदगाह” जैसे कार्यक्रमों के बाद गांवों में संस्कृति ले जाने का संकल्प

20 से अधिक लेखक, कलाकार और आलोचक नई कार्यकारिणी में शामिल
रूपेंद्र तिवारी, जावेद नदीम, अखिलेश एडगर जैसे नामों को मिली जगह

साहित्य, लोकतंत्र और सामाजिक न्याय के लिए नई शुरुआत
जया जादवानी के नेतृत्व में मंच को मिली नई ऊर्जा और दिशा

       रायपुर। छत्तीसगढ़ में जन संस्कृति मंच (जसम) रायपुर इकाई का पुर्नगठन करते हुए एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। देश की प्रतिष्ठित लेखिका जया जादवानी को सर्वसम्मति से जसम रायपुर की अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह निर्णय 3 अगस्त रविवार को शंकर नगर स्थित “अपना मोर्चा” कार्यालय में आयोजित बैठक में लिया गया।

       जसम ने इस पुर्नगठन में स्त्री नेतृत्व को विशेष महत्व देते हुए लेखिकाओं और संस्कृतिकर्मियों को महत्वपूर्ण पदों पर जगह दी है। प्रसिद्ध लेखिका वंदना कुमार और दिलशाद सैफी को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है, जबकि लोककला विशेषज्ञ डॉ. संजू पूनम को कोषाध्यक्ष, एवं सांस्कृतिक टीम का जिम्मा वर्षा बोपचे और सुनीता शुक्ला को सौंपा गया है।

       युवा आलोचक इंद्र कुमार राठौर एक बार फिर सचिव चुने गए हैं, जबकि कवि प्रो. अजय शुक्ला को सह-सचिव बनाया गया है। प्रो. सियाराम शर्मा और राजकुमार सोनी को संरक्षक नियुक्त किया गया है।

       नई कार्यकारिणी में लेखक-पत्रकार, शायर, चित्रकार व युवा आलोचकों सहित 20 से अधिक साहित्य-संस्कृति से जुड़े नाम शामिल किए गए हैं, जिनमें रूपेंद्र तिवारी, समीर दीवान, जावेद नदीम नागपुरी, सिरिल साइमन, मोहित जायसवाल, अखिलेश एडगर, सर्वज्ञ नायर जैसे नाम प्रमुख हैं।

जसम का गांव की ओर रुख
       प्रेमचंद जयंती पर स्कूली बच्चों के बीच आयोजित “ईदगाह” व “पंच परमेश्वर” जैसे कार्यक्रमों की सराहना के बाद, जसम ने गांव-गांव जाकर साहित्य और संस्कृति को जनता से जोड़ने का संकल्प लिया है।

       जया जादवानी की अगुआई में जन संस्कृति मंच का यह नया रूप साहित्य, लोकतंत्र और सामाजिक न्याय की दिशा में नई उम्मीद जगाता है।