
रायपुर। भारतीय बौद्ध महासभा रायपुर के अध्यक्ष प्रकाश रामटेके ने जानकारी दी की आल इंडिया बुद्धिस्ट फोरम के आव्हान पर बोधगया बिहार के महाबोधि महाविहार मुक्ति आंदोलन के समर्थन में भारतीय बौद्ध महासभा रायपुर के तत्वावधान में दिनांक 27/07/2025 दिन रविवार को बोधगया के महाबोधि महाविहार से BTMC एक्ट निरस्त करने और महाबोधि विहार को गैर बौद्धों से मुक्त कराने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन एवं महारैली का आयोजन किया गया है।
अध्यक्ष प्रकाश रामटेके ने कहा हम सब बौद्ध अनुयायियों की मांग है की बीटीएमसी एक्ट (बौद्ध गया मंदिर प्रबंधन अधिनियम) 1949 निरस्त किया जावे, बौद्ध गया महाबोधि विहार का प्रबंधन और संचालन पूर्णतः बौद्धों को सौंपा जावे, सभी धर्म के उपासना स्थल अथवा मंदिरों का संचालन उस धर्म के लोगों द्वारा किया जाता है अतः महाबोधि महाविहार के प्रबंधन और संचालन की संपूर्ण जिम्मेदारी बौद्धों को दी जावे, बौद्ध गया महाबोधि महाविहार विश्व धरोहर है अतः बौद्ध परंपरा को अक्षुण्ण रखने के उद्देश्य से यहां किसी अन्य धर्म अथवा उनके लोगों का हस्तक्षेप समाप्त किया जावे।
बौद्ध गया महाबोधि महाविहार पुरे विश्व में बौद्धों का एक मात्र पवित्र स्थल है जहां बौद्धों को पुजा करने का पूर्ण अधिकार नहीं है यहां ब्राह्मण हिन्दू धर्म के लोग अपना अधिकार जमाकर बैठें हैं विश्व में ऐसा उदाहरण किसी भी देश में नहीं है।
महारैली दोपहर 12 बजे से देवेन्द्र नगर बुद्ध विहार से आम्बेडकर चौक संविधान निर्माता डॉ बाबासाहेब आम्बेडकर प्रतिमा के पास पहुंचने के पश्चात अनेक वक्ताओं ने रैली को सम्बोधित करने के पच्छात प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति एवं बिहार के मुख्यमंत्री के नाम राज्यपाल छत्तीसगढ़ को ज्ञापन सौंपा गया।
इस अवसर पर भारतीय बौद्ध महासभा रायपुर के कार्यकर्ता, वार्ड समिति के कार्यकर्ता, समता सैनिक दल के कार्यकर्ता सभी बौद्ध अनुयायियों के संगठनों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ता हजारों की संख्या में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाएं।
कार्यक्रम में नाश्ते की व्यवस्था देवेन्द्र नगर बुद्ध विहार समिति द्वारा की गई है प्रेस विज्ञप्ति जिला महासचिव विजय गजघाटे ने दी।
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