
दुर्ग। जिले के स्वास्थ्य विभाग में गुरुवार को भारी आक्रोश देखने को मिला, जब लगभग 400 अधिकारी-कर्मचारी एकजुट होकर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) कार्यालय का घेराव करने पहुंचे। इस दौरान जोरदार नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों को लेकर आंदोलन किया गया।
घेराव के बाद, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज दानी ने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी नेताओं को बुलाकर चर्चा की।
इस बैठक में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे —
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वी.एस. राव (कार्यकारी प्रांताध्यक्ष, स्वास्थ्य एवं बहुद्देश्यीय कर्मचारी संघ)
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डॉ. आलोक शर्मा (जिलाध्यक्ष, NHM)
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संजीव दुबे, लक्की दुबे, श्रीमती ऋचा मेश्राम, शेखर ताम्रकार, चंद्रहास धनकर, दिव्या लाल, संजय यादव, गजेंद्र गुप्ता, चंद्रेश रिगरी, योगेश गहिरवार सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी।
कर्मचारियों की मुख्य माँगें इस प्रकार रहीं:
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स्वास्थ्य विभाग में बायोमेट्रिक एप्प के विरोध में इसे तत्काल बंद करने की मांग।
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फील्ड कर्मचारियों को बायोमेट्रिक उपस्थिति से छूट देने की मांग।
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NHM शहरी इकाई दुर्ग/भिलाई/चरोदा के 410 अधिकारी-कर्मचारियों के दो माह से लंबित वेतन का तत्काल भुगतान।
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CHC धमधा के 34 कर्मचारियों का एक दिन का वेतन रोकने के आदेश को रद्द करने की मांग।
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जिला चिकित्सालय दुर्ग में स्टाफ नर्सों के वेतन वृद्धि रोकने के आदेश को निरस्त करने की मांग।
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12 अधिकारी-कर्मचारियों के नियम विरुद्ध किए गए स्थानांतरण आदेश को रद्द करने की मांग।
घेराव के बाद समस्त अधिकारी-कर्मचारी रैली की शक्ल में कलेक्टोरेट दुर्ग पहुंचे, जहां धरना प्रदर्शन कर कलेक्टर दुर्ग को ज्ञापन सौंपा गया।
इस दौरान एडिशनल कलेक्टर ने प्रतिनिधिमंडल से चर्चा कर समस्याओं के शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया।
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