
पंचायत सचिव संघ का विरोध प्रदर्शन जारी, मांगों को ‘मोदी की गारंटी’ में शामिल होने का दावा
सचिवों ने दी दिल्ली कूच की चेतावनी, कहा – सरकार ने नहीं निभाया वादा
बजट में भी नहीं मिला उल्लेख, सचिवों में गहरा असंतोष
पंचायतों में कार्य पूरी तरह ठप, योजनाओं और प्रमाण पत्र कार्यों पर सीधा असर
ग्रामीण जनता में नाराज़गी, मनरेगा और पेंशन जैसे ज़रूरी काम भी अटके
धमधा (दुर्ग)। प्रदेश पंचायत सचिव संघ के आह्वान पर धमधा जनपद पंचायत कार्यालय के समक्ष पंचायत सचिवों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। सचिव संघ की मुख्य मांग पंचायत सचिवों का शासकीयकरण है।
मोदी की गारंटी में भी नहीं हुआ अमल
हड़ताल पर बैठे पंचायत सचिवों का कहना है कि उनकी मांग को “मोदी की गारंटी” में शामिल किया गया था, लेकिन आज तक उस पर अमल नहीं हुआ है। साथ ही हाल ही में प्रस्तुत बजट में भी इस संबंध में कोई घोषणा नहीं की गई, जिससे सचिवों में गहरा असंतोष है।
दिल्ली कूच की चेतावनी
सचिव संघ के यूनियन पदाधिकारियों ने बताया कि अगर जल्द ही राज्य सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानीं तो वे दिल्ली कूच करेंगे और आंदोलन को और व्यापक रूप देंगे।
पंचायतों में कामकाज ठप, जनता में रोष
लगभग एक महीने से जारी हड़ताल के चलते पंचायतों में सामान्य प्रशासनिक कार्य, योजनाओं का संचालन, प्रमाण पत्रों का निर्गमन जैसे कार्य ठप पड़े हैं, जिससे गांव की आम जनता में भारी रोष व्याप्त है।
इस आंदोलन का समाधान जल्द नहीं निकला तो इसका असर ग्राम विकास योजनाओं, मनरेगा, पेंशन वितरण आदि जैसे ज़रूरी कार्यों पर और अधिक पड़ सकता है।
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