
सामूहिक भोज और मछली सेवन के बाद बिगड़ी ग्रामीणों की तबीयत
प्रशासनिक टीम ने जांच तेज की, स्वास्थ्य शिविर लगाए गए
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और लैब परीक्षण से होगा मौत के कारणों का खुलासा
बिलासपुर। ग्राम लोफंदी, थाना कोनी, तहसील बिलासपुर में 7 से 8 व्यक्तियों की मौत की प्रारंभिक सूचना मिलते ही जिला प्रशासन ने तत्काल संज्ञान लेते हुए जांच प्रक्रिया शुरू कर दी। इस घटना की जांच के लिए पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची, जिसमें पुलिस अधीक्षक, सीईओ जिला पंचायत, नगर निगम आयुक्त, एसडीएम एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी शामिल थे।
प्रारंभिक जांच में पता चला कि ग्राम निवासी श्रवण देवांगन के घर पर 3 से 6 फरवरी के बीच वैवाहिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें सामूहिक भोज का आयोजन किया गया था। इसके अलावा, ग्रामीणों से पूछताछ में यह जानकारी भी सामने आई कि कुछ लोगों ने 6 फरवरी को नदी से मछली पकड़कर सेवन किया था।
मृतकों की संख्या और संभावित कारण
ग्रामवासियों के अनुसार, पिछले 4-5 दिनों में कई लोगों की तबीयत बिगड़ने के बाद उनकी मौत हो गई, जबकि कुछ ग्रामीण अस्पताल में उपचाराधीन हैं। मृतकों के परिजनों ने बताया कि मृतकों ने मृत्यु से पहले पेट दर्द, उल्टी, चक्कर आना और सुस्ती जैसी समस्याओं की शिकायत की थी।
जांच के दौरान यह भी पता चला कि मृतकों में से एक की मृत्यु सर्पदंश के कारण हुई थी, जबकि एक अन्य व्यक्ति की मृत्यु कार्डियो-रेस्पिरेटरी अरेस्ट से हुई। ग्रामीणों ने बिना प्रशासन को सूचना दिए ही मृतकों का अंतिम संस्कार कर दिया, जिससे जांच प्रक्रिया प्रभावित हुई। प्रशासन की टीम ने मौके से मृतक रामूराम सुनहले के शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। प्रारंभिक रिपोर्ट में स्पष्ट मृत्यु कारण की जानकारी नहीं मिल सकी है और विस्तृत जांच के लिए बिसरा, हिस्टो-पैथोलॉजी एवं रक्त परीक्षण कराया जा रहा है।
मृतकों की सूची:
- कन्हैयालाल पटेल (पिता – चैतराम पटेल, उम्र 60 वर्ष)
- शत्रुहन देवांगन (पिता – महेत्तर देवांगन, उम्र 40 वर्ष)
- बलदेव पटेल (पिता – छेदीलाल पटेल, उम्र 62 वर्ष)
- कोमल प्रसाद लहरे (पिता – गया राम लहरे, उम्र 56 वर्ष)
- रामूराम सुनहले (पिता – बबईस सुनहले, उम्र 50 वर्ष)
- कुन्नू देवांगन (नान्हु) (पिता – बाबा देवांगन, उम्र 35 वर्ष)
- देव कुमार पटेल (पिता – चैतराम पटेल, उम्र 45 वर्ष)
प्रशासन ने शुरू किया विशेष स्वास्थ्य अभियान
घटना के मद्देनजर जिला प्रशासन ने पूरे ग्राम में स्वास्थ्य विभाग, खाद्य सुरक्षा विभाग, मितानिनों एवं नगर निगम की एमएमयू यूनिट के माध्यम से विशेष स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया है। टीम द्वारा घर-घर जाकर ग्रामीणों की जांच की जा रही है और संदिग्ध मामलों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
प्रशासन ने सभी ग्रामीणों से अपील की है कि किसी भी असामान्य स्वास्थ्य लक्षण की सूचना तुरंत दें, ताकि समय रहते उचित चिकित्सा सहायता प्रदान की जा सके।
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